Side Effects Of Not Brushing Teeth At Night : हमारे बड़े बुजुर्ग हमें बचपन से ही यह सिखातें आए है कि हमें दिन में दो बार ब्रश करना चाहिए. क्योंकि यह हमारे दांतों के लिए अच्छा है एक बार सुबह और दूसरी बार रात को डिनर करने के बाद सोने से पहले ब्रश करना चाहिए हालांकि, बहुत कम ही लोग ऐसे हैं जो इस रूटीन का पालन करते हैं,
जबकि वे यह जानते हैं कि ऐसा न करने से दांतों और मसूड़ों से सम्बंधित कई समस्याएं हो सकती हैं. सुबह तो अधिकांश लोग ब्रश करते हैं, पर रात में आलस्य के कारण से इसे टाल देते हैं. लेकिन यह लापरवाही आपकी सेहत पर भारी पड़ सकती है. आइए हमारे इस लेख के माध्यम से जानते हैं कि रात में ब्रश न करने से क्या नूकसान हो सकता है.
सांसों में बदबू
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि, खाना खाने के बाद हमारे मुंह में लाखों बैक्टीरिया उत्पन्न होते हैं और बैक्टीरिया हमारे दांतों के इनेमल को नुकसान पहुंचाते हैं, जिस कारण दांतों में सड़न, कैविटी और मसूड़ों की परेशानी उत्पन्न होने लगती हैं.
जिस कारण मुंह से बदबू उत्पन्न होने लगती है. इसलिए हमें हर रोज रात को सोने से पहले ब्रश करना और फ्लॉस करना जरूरी है. हमारी ये आदत दांतों, मसूड़ों और जीभ से बैक्टीरिया और प्लाक हटाने में सहायता करती है, जिससे सांसों की बदबू दूर होती है.
मसूड़ों की बीमारी और कैविटी
अगर आप बिना ब्रश किए ही सो जाते हैं, तो आपको दांतों की सड़न और मसूड़ों की बीमारियां हो सकती हैं. हम आपको बता दें कि, रात में ब्रश न करके सोने से मुंह में प्लाक सख्त हो जाता है और बाद में टार्टर में बदल जाता है, जिसे साधारण ब्रशिंग से नहीं हटाया जा सकता है. टार्टर को हटाने के लिए दांतों की सफाई हेतु डेंटिस्ट के पास जाना ही एकमात्र तरीका है.
हृदय रोग की संभावना
अध्ययन के मुताबिक, ओरल हेल्थ की उपेक्षा, हृदय रोग और मसूड़ों की बीमारी के बीच संबंध हो सकता है. मसूड़ों में सूजन होना और उनमें से खून आना बैक्टीरिया को रक्तप्रवाह में पहुंचा सकता है, जिस कारण हृदय में रक्त प्रवाह में बाधा आ सकती है.
बेहतर ओरल हेल्थ के लिए टिप्स
आज हम आप सभी को अपने इस लेख के माध्यम से बेहतर ओरल हेल्थ के कुछ टिप्स के बारे में जानकारी देंगे जो इस प्रकार है 2 मिनट के लिए दिन में दो बार ब्रश करें.
- आप फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट का ही इस्तेमाल करें, जो दांतों को मजबूत बनाता है.
- हम हमेशा सही टूथब्रश का चयन करना चाहिए. अगर आपको मैन्युअल ब्रश से समस्या होती है, तो इलेक्ट्रिक ब्रश का उपयोग करें.
- अपना टूथब्रश हर 3 से 4 महीने में बदलें, खासकर अगर ब्रिसल्स मुड़ जाएं.
- ब्रश को मसूड़ों पर जोर से न रगड़ें, क्योंकि इससे इनेमल और मसूड़ों को नुकसान होता है.
- दिन में कम से कम एक बार फ्लॉस जरूर करें ताकि दांतों के बीच की गंदगी साफ हो सके.
- खाना खाने के तुरंत बाद पानी से जरूर कुल्ला करें, जिससे भोजन में मौजूद एसिड को बाहर निकालने में सहायता मिलेगी.