अब वेटिंग का झंझट हुआ खत्म, हर किसी को मिलेगा कन्फर्म टिकट, जानें कैसे : Railway


Indian Railway : क्या आप जानते हैं? यह भारत सरकार-नियंत्रित सार्वजनिक रेलवे सेवा है. भारत में रेलवे की कुल लंबाई 115,000 किलोमीटर है. भारतीय रेल रोजाना करीब 2 करोड़ 31 लाख (लगभग पूरे ऑस्ट्रेलिया देश की जनसंख्या के बराबर) यात्रियों और 33 लाख टन माल ढोती है. भारतीय रेलवे के स्वामित्व में, भारतीय रेलवे में 12147 लोकोमोटिव, 74003 यात्री कोच और 289185 वैगन हैं और 8702 यात्री ट्रेनों के साथ प्रतिदिन कुल 13523 ट्रेनें चलती हैं. भारतीय रेलवे में 300 रेलवे यार्ड, 2300 माल ढुलाई और 700 मरम्मत केंद्र हैं। यह दुनिया की चौथी सबसे बड़ी रेलवे सेवा है.

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भारत में ट्रेन से यात्रा करना आसान काम नहीं है, खासकर त्योहारों के सीजन में. होली – दिवाली हो या छठ पूजा इस दौरान टिकट के लिए काफी लम्बी वेटिंग हो जाती है इस कारण अधिकतर टिकटें कन्फर्म नहीं हो पति है. क्योंकि ज़्यदातर ट्रेनों के टिकट महीनों पहले ही बिक जाते हैं. जिसके कारण अधिकांश लोगों को घर जाने के लिए कन्फर्म ही टिकट नहीं मिल पाता है.

हालांकि टिकट का इंतजार सिर्फ यात्रियों के लिए ही नहीं बल्कि इंडियन रेलवे के लिए भी सिरदर्द बन गई है. रेलवे ने वेटिंग टिकट के झंझट को खत्म करने के लिए एक नई योजना बनाई है. इस योजना के तहत रेलवे 1 लाख करोड़ रुपये खर्च करेगा. आज हम आप सभी को अपने इस लेख के माध्यम से रेलवे की यह नई प्लान जिससे कि सबको मिलेगा कंफर्म टिकट इससे जुड़ी जानकारी देंगे.

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रेलवे ने बनाई कंफर्म टिकट की योजना

ट्रेन में यात्रियों की लगातार बढ़ती संख्या को देखते हुए रेलवे ने एक लाख करोड़ रुपये निवेश की एक योजना बनाई है. इस पैसे से नई ट्रेनें खरीदी जाएंगी. केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अंग्रेजी दैनिक इकोनॉमिक्स टाइम्स से बात करते हुए ने कहा कि वेटिंग लिस्ट की दिक्कतों को खत्म करने के लिए भारतीय रेलवे (Indian Railway) इस मेगा प्लान पर काम चल रहा है.

आगे उन्होंने बताया कि योजना की लागत एक लाख करोड़ रुपये अनुमानित है। वर्षों से चल रही पुरानी ट्रेनों के बोगियों को बदलना ही इस योजना का लक्ष्य है. इस योजना से रेलवे के बेड़े में 7 हजार से 8 हजार नई ट्रेनें शामिल हो जाएंगी. और कुछ सालों में पुरानी ट्रेनों की जगह नई ट्रेनें ले लेगी. जिससे यात्रियों को पर्याप्त संख्या में सीटें उपलब्ध कराई जाएंगी.

कैसे खत्म होगा टिकट के लिए वेटिंग का झंझट?

हम आप सभी को बता दे कि, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि ट्रेनों की संख्या बढ़ने पर सीटों की उपलब्धता भी बढ़ेगी. अगर ट्रेनों की संख्या बढ़ेगी तो कन्फर्म टिकट मिलने की संभावना भी बढ़ जाएगी. वर्तमान में प्रतिदिन 2 करोड़ से अधिक यात्री ट्रेनों में यात्रा करते हैं. रेलवे हर दिन 10,754 यात्री ट्रेनों का परिचालन करता है.

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि, अगर ट्रेनों की संख्या में 30 प्रतिशत की वृद्धि की जाती है, तो इडियन रेलवे पर टिकटों की प्रतीक्षा की परेशानी गायब हो जाएगी. जब ट्रेनों की संख्या बढ़ेगी तो यात्राओं की संख्या भी बढ़ेगी. अगर आप रोजाना 3,000 अतिरिक्त यात्राएं जोड़ देंगे तो टिकट के लिए वेटिंग का झंझट खत्म हो जाएगा. वार्षिक आधार पर, हर साल 700 करोड़ लोग ट्रेन से यात्रा करते हैं. यह संख्या 2030 तक 1000 करोड़ तक पहुंच जाएगी.



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