अमीरों से ज्यादा शराब गटक जाते हैं गरीब….! : India


Total Alcohol Consumption in India : हमारा देश भारत अपनी संस्कृति और परंपराओं के लिए जाना जाता है, साथ ही एक ऐसा भी देश है जहां शराब की खपत लगातार बढ़ रही है। आज हम आप सभी को आंकड़ों के ज़रिए समझें ने कि कोशिश करेंगे कि आखिर भारत में कितना शराब पीते हैं लोग।शराब से सिर्फ नशा ही नहीं होता बल्कि इसका समाज और अर्थव्यवस्था पर गहरा असर पड़ता है। शराब की लत सेहत को खराब करने के साथ रिश्तों में दरार पैदा करती है और अपराध बढ़ाती है। पहले ये जानते हैं कि आखिर भारत में शराब की खपत का इतिहास क्या है।

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Alcohol Consumption in India: भारत में शराब की खपत का इतिहास

पहले से ही भारत में वैदिक काल के शराब का सेवन किया जाता रहा है। भारत पर शासन करने वाले तमाम राजा महाराजाओं ने शराब का सेवन किया। इसके बाद मुगल, तुर्क, यूनानी, फ्रांसीसी, पुर्तगाली और अंग्रेज भी शराब का सेवन करते थे। दुनिया में ऐसा कोई सभ्यता नहीं है जो शराब के सेवन से अछूती हो।

सदियों से भारत में शराब की खपत होती रही है लेकिन अंग्रेजी शासन के दौरान इसका व्यावसायिक उत्पादन और खपत तेजी से बढ़ा। भारत की आजादी के बाद अलग-अलग राज्यों ने अपनी-अपनी शराब नीतियां बनाईं। कुछ राज्यों ने शराब पर प्रतिबंध भी लगाया।

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बढ़ती खपत: क्या कहता है डेटा?

भारत में नशीले पेय पदार्थों यानी शराब की खपत 2020 में लगभग 500 करोड़ लीटर थी। अनुमान है साल 2024 में यह खपत बढ़कर 621 करोड़ लीटर तक पहुंच जाएगी। 2020-21 में शराब की खपत 10 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई। इसके बाद सलाना करीब पांच फीसदी की बढ़त देखी जा रही है।

शराब की खपत में बढ़ोतरी के कई कारण हो सकते हैं, जिसमें लोगों की बढ़ती इनकम और बढ़ती शहरी आबादी भी शामिल है। नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे (NFHS-5) अप्रैल 2021 में कहा गया कि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले 15 फीसदी पुरुष लगभग रोजाना शराब पीते हैं।

इसकी तुलना में, शहरी क्षेत्रों में रहने वाले 14 फीसदी से ज्यादा पुरुष रोजाना शराब पीते है। सर्वे के अनुसार, ग्रामीण क्षेत्र में 42.7% और शहर में 44.7% पुरुष हफ्ते में कम से कम एक बार शराब जरूर पीते हैं।

Alcohol Consumption in India: राज्यवार आंकड़े- कौन आगे, कौन पीछे?

नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे (2019-21) के अनुसार भारत में 19 फीसदी पुरुष शराब पीते हैं जबकि महिलाएं सिर्फ 1 फीसदी शराब पीती हैं। सबसे ज्यादा 35 से 49 उम्र के पुरुष शराब का सेवन करते हैं जबकि महिलाएं 50 से 64 उम्र की ज्यादा शराब पीती हैं।

राज्य पुरूष (%) महिला (%)
अरुणाचल प्रदेश 52.6 24.2
तेलंगाना 43.4 6.7
सिक्किम 39.9 16.2
अंडमान 38.8 5.0
दिल्ली 21.6 0.5
मणिपुर 37.2 0.9
चंडीगढ़ 18.6 0.3
गोवा 36.8 5.5
झारखंड 35.0 6.1
हरियाणा 16.1 0.3
छत्तीसगढ़ 34.8 5.0
उत्तर प्रदेश 14.6 0.3
त्रिपुरा 33.2 6.3
हिमाचल प्रदेश 31.9 0.6
ओडिशा 28.8 4.3
पुड्डुचेरी 27.7 0.3
राजस्थान 11.0 0.3
उत्तराखंड 25.5 0.3
तमिलनाडु 25.4 0.3
पंजाब 22.8 0.3
मध्य प्रदेश 17.1 1.0
भारत 18.8 1.3

किस धर्म के लोग पीते हैं सबसे ज्यादा शराब – India me sabse jayada sharab kis dharm ke log pite hai

धर्म शराब
क्रिशियन पुरुष और महिलाएं 28.3%
बौद्ध धर्म 24.5%
सिख धर्म 23.5%
हिंदू 20.3%
जैन धर्म 5.9%
मुस्लिम 5.2%

जातियों की बात किया जाए तो अनुसूचित जनजातियों की महिलाओं (6%) में शराब पीना अन्य किसी भी जाति/जनजाति की तुलना में सबसे आम है। पुरुषों में अनुसूचित जाति के 25.2%, अनुसूचित जनजाति के 32.7%, अन्य पिछड़ा वर्ग के 16.4% और अन्य जाति के 12.5% लोग शराब का सेवन करते हैं।

अमीर या गरीब कौन पीते है ज्यादा शराब?

नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे (NFHS-5) में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। सर्वे के अनुसार सबसे गरीब व्यक्ति सबसे ज्यादा और सबसे अमीर व्यक्ति सबसे कम शराब पीता है। महिलाओं के मामले में भी यहां आंकड़ा सबसे ज्यादा है।

र्वग पुरुष महिलाए
सबसे गरीब 26.6% 3.4%
कम गरीब 21.2% 1.3%
मिडल क्लास 19.3% 0.9%
अपर मिडल क्लास 15.9% 0.5%
अमीर 12.8% 0.4%

भारतीय पुरुष और महिलाओं के बीच बढ़ी शराब की खपत

हम आप सभी को बता देना चाहते हैं कि, मेडिकल जर्नल लैंसेट की रिसर्च के मुताबिक, देश में 16 करोड़ से अधिक पुरुष शराब का सेवन करते हैं। पिछले तीन दशकों में भारतीय पुरुषों और महिलाओं के बीच शराब की खपत बढ़ी है। 1990 के बाद से 40 से 64 साल के पुरुषों में शराब की खपत में 5.63% की वृद्धि हुई है। 15 से 39 साल के लोगों में 5.24% की वृद्धि देखी गई।

वहीं 1990 के बाद से 15 से 39 साल की उम्र की महिलाओं में 0.08 फीसदी शराब की खपत बढ़ी है। आप सभी को बता दे, वर्तमान में 54 लाख इस उम्र की महिलाएं शराब का सेवन करती हैं। जानकारी के अनुसार, 2020 में अवैध/नकली शराब का सेवन करने वाले 59% लोगों की उम्र 15 से 39 साल के बीच थी। इनमें 76.7% पुरुष थे।

Alcohol Consumption in India: शराब पीना कितना नुकसान दायक हैं

हम आप सभी को बता दे कि, वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के मुताबिक, शराब पीने से कई शारीरिक और मानसिक परेशानियां हो सकती हैं। शराब का ज्यादा सेवन 200 से ज्यादा बीमारियों और चोटों का कारण बन सकता है। दुनिया भर में 30 लाख लोगों की मौत हर साल शराब पीने से हो जाती है। यह सभी मौतों का 5.3 फीसदी है। यानी 100 में से 5 लोग शराब पीने के कारण मर जाते हैं।

शराब पीने से दिमाग के साथ व्यवहार पर भी बुरा असर पड़ता है। दुनिया भर में 5.1% बीमारियों और चोट लगने का कारण शराब होता है। शराब पीने के कारण समय से पहले कम उम्र में लोगों की मौत हो जाती है। 20 से 39 साल के लोगों में 13.5 फीसदी मौतें शराब पीने के कारण होती हैं। शराब पीने से पैसों की बर्बादी के साथ समाज में कई तरह की परेशानियां पैदा होती है।

शराब के सेवन से जुड़े कुछ फैक्ट

  • दुनियाभर में हर साल शराब से 30 लाख मौतें
  • हर 100 में से 5 लोगों की मौत का कारण शराब
  • 200 से ज्यादा बीमारियों का कारण शराब
  • 5.1% बीमारियों और चोट लगने का कारण शराब
  • 20 से 39 साल के लोगों में 13.5% मौत का कारण शराब

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