आंगनबाड़ी के नियमों में बड़ा बदलाव! स्कूल के शिक्षक अब बच्चों को पढ़ाएंगे, समझें मामला : Bihar


Anganwadi Bharti 2023 : अगर आपके बच्चे भी Anganwadi में पढ़ रहे हैं या आप अपने बच्चों को Anganwadi मैं पढ़ाना चाहते हैं तो या खबर आपके लिए हैं. आप सभी को बता दें की, Anganwadi के बच्चों को भी अब स्कूलों के शिक्षक पढ़ाएंगे. इसे सुनिश्चित कराने का निर्देश शिक्षा विभाग (Education Department) के अपर

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मुख्य सचिव KK Pathak ने जिला शिक्षा पदाधिकारियों को दिया है. KK Pathak ने यह भी कहा है कि, सभी Anganwadi Centers को नजदीक के स्कूल से जल्द ही टैग किया जायेगा. आवश्यकता के नुसार स्कूल के शिक्षक टैग वाले केंद्रों के बच्चों को भी सप्ताह में एक-दो दिन पढ़ाएंगे.

बुधवार को हुए Video Conferencing में भी श्री पाठक ने अधिकारियों को जल्द ही इस कार्य को पूरा करने के लिए कहा था. शिक्षा विभाग (Education Department) का यह भी निर्देश है कि, सभी Anganwadi Centers को स्कूल में ही जरूरत के मुताबिक एक या दो कमरे (Room) दिए जाएं.

हम आप सभी को बता दें कि, बिहार में ऐसी कई Anganwadi Centers है जिनका खुद का भवन नहीं होने के कारण Anganwadi Centers किराये के भवन में चल रहे हैं. खासकर उन Anganwadi Centers को स्कूल में कमरे दिए जाएंगे. शिक्षा विभाग (Education Department) ने कहा है कि,

Anganwadi Centers को प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में जगह दी जाएगी. अगर जगह की दिक्कत हुई तो आवश्यकता के नुसार माध्यमिक विद्यालयों (Secondary Schools) में भी एक-दो कमरे Anganwadi Centers को दिए जाएंगे. आप सभी को तो पता ही है कि, Anganwadi Centers में

आंगनबाड़ी सेविकाएं बच्चों को पढ़ाती है पर, जरूरत के अनुसार स्कूल के शिक्षकों को भी Anganwadi Centers के बच्चों को पढ़ाने के लिए कहा गया है. विभाग (Education Department) के पदाधिकारी ने बताया हैं कि,

Anganwadi Centers में पढ़ने वाले बच्चे पहली कक्षा (Class -1) से स्कूल में जाते हैं. ऐसे में अगर Anganwadi में पढ़ रहे छोटे बच्चे पहले से ही स्कूल में जाते रहेंगे तो इससे उन्हें एक बेहतर माहौल मिलेगा. और जब पहली कक्षा (Class -1) में जब बच्चों का नामांकन होगा

तो वह स्कूल जाने में झिझकेंगे नहीं. और वह खुशी-खुशी स्कूल जाएंगे. साथ ही उन्हें अन्य बच्चों से भी बहुत कुछ सीखने का मौका मिलेगा. इसी उद्देश से यह निर्णय लिया गया है. विभागीय पदाधिकारी बतातें हैं कि, Anganwadi Centers का जब स्कूलों संचालन होगा तो पहली कक्षा में नामांकन का भी शत प्रतिशत लक्ष्य पूरा हो सकेगा.

15 अगस्त तक होंगे स्थानांतरित

हम आप सभी को बता दें कि, किराये के भवनों में चल रहे Anganwadi Centers को नजदीक के स्कूलों में स्थानांतरित (Transferred) किया जाएगा. 15 अगस्त तक का समय जिलों को दिया गया है. शिक्षा विभाग (Education Department) ने

जिला शिक्षा पदाधिकारियों (District Education Officers) को इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी किया है. जिला और प्रखंड के शिक्षा पदाधिकारी (Education Officers) समाज कल्याण विभाग (Social Welfare Department) के अधिकारियों के साथ मिलकर कर इस कार्य को पूरा करेंगे.

1.15 लाख हैं केंद्र

हम आप सभी को बता देगी, बिहार में एक लाख 15 हजार Anganwadi Center चल रहें हैं. इनमें करीब 30 हजार Anganwadi Center का अपना भवन है. वहीं, कुछ Anganwadi का संचालन सामुदायिक भवनों में किया जा रहा है. बिहार में 50 हजार से भी अधिक Anganwadi Center किराये के मकान में चल रहे हैं.

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