एकमात्र ऐसा ज्योतिर्लिंग जहां शिव के साथ विराजमान है शक्ति, जानें इसकी रोचक कहानी : Religion


Durlabh Mishra के द्वारा बताया गया है कि बैद्यनाथ ज्योतिलिंग द्वादश ज्योतिलिंग में से एक है. इस पवित्र जगह की मान्यता 52 शक्तिपीठों में से एक शक्तिपीठ के रूप में है. जिस स्थान पर शिवलिंग स्थापित है. उसके चारों दिशाओं में शक्ति रूपेण देवी स्थापित है.

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Devghar के बाबा बैद्यनाथ 12 ज्योतिलिंगो में से एक है. यहाँ पर माँगी गई हर एक मनोकामना पूरी होती हैं. यहाँ के ज्योतिलिंग को मनोकामना लिंग भी कहते है. ऐसा माना गया है कि Devghar के बाबा बैद्यनाथ ज्योतिलिंग में पूजा अर्चना करने से महादेव के साथ सती का

भी आशीर्वाद मिलता है. यहाँ पर महादेव मन्दिर के चारों ओर शक्ति रुपेण देवियो का वास है. Devghar के तीर्थपुरोहित का कहना है कि बैद्यनाथधाम की पहचान द्वादश ज्योतिलिंग में है. परंतु इस मन्दिर में प्राथमिकता शक्ति की है.

कैसे हुई मन्दिर की स्थापना:

बैद्यनाथधाम के तीर्थपुरोहित Durlabh Mishra के द्वारा बताया गया है कि इस स्थान पर देवी सती का ह्रदय गिरा था. इस वजह से यह पहला शक्तिपीठ और ह्रदय पीठ भी कहलाया. कुछ समय बाद जब रावण ने अपने तप और हठयोग से भगवान महादेव को प्रसन्न कर उनके आशीर्वाद से कैलाश पर्वत से शिवलिंग उठा कर लंका ले जा रहे थे

तो रावण को रास्ते में लघुशंका आई. तभी रावण ने एक चरवाहा को शिवलिंग रखने दिया. जिसका नाम बैजनाथ थ. और वह और कोई नी बल्कि चरवाहे के वेश में प्रभु विष्णु थे. प्रभु विष्णु द्वारा उस पवित्र शिवलिंग की स्थापना की गई.

52 शक्ति पीठों में सम्मिलित

इस स्थान पर दसों महाविधा का सार्थक और सौम्य स्वरूप विराजमान है. देवी पार्वती के साथ और सब देवी भी यहाँ शक्ति स्वरूप विद्यमान है.

चारों ओर है देवी की शक्तियां

मन्दिर प्रांगण स्थित Main मन्दिर के सामने त्रिपुर सुंदरी का मन्दिर है. उसके बाई ओर माता संध्या और बगल में मनसा देवी का मन्दिर है. इनके बगल में माँ बंगलामुखी, तारा मन्दिर, काली मन्दिर और अन्नपूर्णा देवी की मन्दिर स्थापित है. माना तो यह भी गया है कि यहाँ सतयुग से ही शक्ति की आराधना होती है. बड़े साधक यहा पर पहुँचते हैं और अपनी साधना से बहुत कुछ प्राप्त करते है.

महादेव शक्ति और भैरव का मिलता है आशीर्वाद

तीर्थपुरोहित के द्वारा बताया गया है कि हर वर्ष लाखों श्रद्धालु Devghar के बाबा मन्दिर में पूजा अर्चना करने के लिए आते है. इस मन्दिर में पूजा करने वाले भक्त को महादेव, शक्ति और भैरव की अद्भुत संगम के वजह से

एक अलग Power की अनुभूति होती है. इस जगह पर मांगी गई सभी मनोकामना अवश्य पूरी होती है. Devghar के बाबा बैद्यनाथ 12 ज्योतिलिंग में से वहाँ एक ऐसा ज्योतिलिंग है जिसमे महादेव के साथ शक्ति विराजमान है.

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