न केके पाठक स्थायी हैं, न उनका भाव; वीसी ने KK Pathak पर साधा निशाना : Bihar


KK Pathak News: आजकल चारों ओर बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव (एसीएस) केके पाठक का चर्चा है. कुछ दिनों पहले ही KK Pathak छुट्टी से लौटकर आए हैं और आते ही एक बार फिर एक्शन मोड में है. वजह, राज्य में कड़ाके की ठंड के कारण स्कूलों को बंद रखने के आदेश को लेकर है. इसी बीच ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा के कुलपति प्रोफेसर सुरेंद्र प्रताप सिंह ने शिक्षा विभाग के एसीएस पर तंज कसा है.

________________________
Latest Govt. Job की जानकारी चाहिए तो बिना देरी किये Whatsapp Group जॉइन करें

समस्तीपुर महिला कॉलेज में मंगलवार को युवा महोत्सव आयोजित किया गया इस समारोह को संबोधित करते हुए कुलपति ने कहा कि कॉलेज में शिक्षकों का पांच घंटे रुकना काम नहीं है. उनका काम उस भावना को विकसित करना और जेनरेट करना है, जिसका स्थायी भाव हो. KK Pathak का भाव स्थायी नहीं है। न पाठक जी स्थायी है और न ही उनका भाव स्थायी है. यहां कोई स्थायी रहता है.

हम आप सभी को बता देना चाहते हैं कि, बिहार की अस्त – व्यस्त शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए KK Pathak ने लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों के खिलाफ सख्त आदेश जारी किए हैं. दिसंबर, 2023 में केके पाठक ने बिहार के सभी जिलों को निर्देश दिया था कि शिक्षकों के अवकाश लेने की मनोवृत्ति पर रोक लगाया जाएगा.

यह भी पढ़ें: शिक्षक ने किया केके पाठक को डबल क्रॉस, CTET परीक्षा में दूसरे …

स्कूल में एक साथ दस प्रतिशत से अधिक शिक्षकों के अवकाश को स्वीकृत नहीं किये जायें. स्कूल के प्रधानाध्यापक को जिला शिक्षा पदाधिकारी के माध्यम से निर्देश दें कि वह एक साथ कई शिक्षकों को छुट्टी नहीं दें. KK Pathak ने इससे सम्बन्धित सभी जिलाधिकारियों और उप विकास आयुक्तों को आवश्यक पहल करने का निर्देश दिया था.

इसके अलावा KK Pathak की ओर से जारी एक दूसरे आदेश में कहा गया कि, फ्रेमवर्क में साफ बताया गया है कि प्रारंभिक विद्यालयों में प्रतिदिन सवा सात घंटे और माध्यमिक-उच्च माध्यमिक स्कूलों में 8.5 घंटे पढ़ाई का उल्लेख है. शिक्षकों को भी इससे जुड़ी जानकारी दें, क्योंकि अधिकांश शिक्षकों इसकी जानकारी नहीं है.



Source link