Bihar BPSC टीचर दहेज रेट : आप सभी तो जानते ही हैं कि, कुछ दिनों पहले बीपीएससी के तहत शिक्षकों की बहाली हुई थी. बीपीएससी से शिक्षक बने युवाओं की डिमांड काफी ज्यादा है. आजकल दूल्हा के रूप में बीपीएससी शिक्षक फौज के जवानों से ज्यादा पसंद किए जा रहे हैं. दारोगा और पुलिस में बहाल हुए युवाओं से भी ज्यादा बीपीएससी शिक्षकों की डिमांड है. ग्रामीण इलाके में आज भी दहेज को लेकर मोल भाव आम बात है. लड़कियों के घर बाले तो यह भी कह रहे हैं कि,
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केके पाठक को इस पर भी ध्यान देना चाहिए. शिक्षा विभाग से एक पत्र जारी कर शिक्षकों को कहा जाना चाहिए कि दहेज ना ले. हालांकि, इससे असर तो कुछ पड़ने वाला नहीं है. लड़कों के पिता लड़की पक्ष से काफी मांग कर रहे हैं. बिहार में जातिगत व्यवस्था बहुत मजबूत है. यहां जाति के हिसाब से लड़कों के दहेज की रेट तय होती है.
बक्सर जिले के डुमरांव प्रखंड के कंचनपुर गांव के रहने वाले किशुनदेव पांडेय कई दशकों से लड़के-लड़की की शादी कराते हैं. गांव में उन्हें लोग ‘अगुवा’ के नाम से जानते हैं. उनका कहना है मैंने अपने जीवन में दर्जनों रिश्ते कराए हैं. पर अब इस कल्याणकारी काम में मन नहीं लगता है. अब मैं किसी की शादी कराने के लिए तैयार नहीं होता. दहेज के लिए लड़के वाले ले सुरसा की तरह लोग मुंह खोल रहे हैं. जिसके घर में रहने का ठिकाना नहीं वो भी 10 लाख से ऊपर की बात करता है.
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शिक्षक दूल्हों की डिमांड ज्यादा
उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बिहार में बीपीएससी से बहाल हुए शिक्षकों को नियुक्ति पत्र बांटते वक्त कहा कि अब शिक्षक बन चुके युवा चट मंगनी, पट ब्याह भी कर सकते हैं. और अब बीपीएससी से बहाल शिक्षकों की डिमांड काफी ज्यादा है. उनके माता-पिता दहेज भी ज्यादा मांग रहे हैं. आप सभी को बता दे पटना के ग्रामीण इलाके के रहने वाले मनोज ठाकुर ने बातचीत के दौरान दहेज की अनुमानित लिस्ट शेयर की। उन्होंने बताया कि विभिन्न जातियों की रेट लिस्ट सामने आ गई है.
इसमें कुछ ऊपर नीचे करके यही रेट आजकल चल रहा है. मनोज ठाकुर ने आगे कहा कि फिलहाल उनके पास 15 जातियों की जानकारी है. शादी में लड़के वाले नकदी के अलावा सोने की चेन और फोर व्हीलर की मांग भी करते है. उन्होंने कहा कि बड़ी जाति की अपेक्षा छोटी जातियों में स्थिति कुछ बेहतर है. वहां डिमांड कम होती है. छोटी जातियों के लोग भी अब चालाक हो गए हैं. शादी में कई तरह के खर्चे बढ़ गए हैं. सोशल मीडिया आने के बाद लोगों को हर चीज फोटोजेनिक चाहिए. यही कारण है कि लोग जमकर पैसे खर्च कर रहे हैं.
बीपीएससी शिक्षकों की रेट लिस्ट
मनोज ठाकुर ने जो जातियों के हिसाब से रेट लिस्ट दिया है. वो काफी चौंकाने वाला है इस लिस्ट के अनुसार यादव दूल्हे की डिमांड सबसे ज्यादा है. वहीं, भूमिहार युवाओं की डिमांड भी कुछ कम नहीं है. पैसे के साथ – साथ दहेज के बाकी सामान भी ब्रांडेड मांगे जा रहे हैं. अपने इस लेख के माध्यम से हम जो आपको लिस्ट बताने जा रहे हैं. ये लिस्ट पूरी तरह से अनुमानित है. मनोज ठाकुर ने जो लिस्ट दी है, उसे हम आपके सामने रख रहे हैं.
BPSC से बहाल शिक्षकों की जाति | दहेज का रेट |
यादव | 30-35 लाख |
भूमिहार | 25-30 लाख |
कायस्थ | 25-30 लाख |
ब्राम्हण | लाख 20-25 |
ठाकुर | लाख 08 -10 |
बनिया | लाख 15-20 |
पासवान | 10-15 लाख |
रविदास | 10-15 लाख |
कानू | 10-15 लाख |
कोइरी | 15-25 लाख |
कुर्मी | 20-30 लाख |
गड़ेरी | 10-15 लाख |
कुम्हार | 08-12 लाख |
मुसहर | 05-10 लाख |
लोहार | 10-15 लाख |
शिक्षक बनी लड़कियों की भी डिमांड
बीपीएससी से सेकंड फेज में बहाल शिक्षक अभी प्रशिक्षण लेंगे. उसके बाद वे विद्यालय में अपना योगदान करेंगे. कुछ लोग का मानना है कि सेकंड फेज के शिक्षकों की बहाली होने के बाद रेट में थोड़ी कमी आएगी. उसके अलावा अब हर साल 40 हजार शिक्षकों की बहाली होगी. उससे भी दहेज के रेट लिस्ट पर असर पड़ेगा. बीपीएससी से शिक्षक बने दूल्हों की काफी डिमांड है,
इनके अभिभावकों द्वारा मुंह फाड़ कर पैसे मांगे जा रहे हैं. हालांकि, जिन लड़कियों की नौकरी बीपीएससी शिक्षक में हुई है, उनकी शादी में कोई तकलीफ नहीं हो रही है. लड़की के नौकरी होने के कारण दहेज में काफी कमी आती दिख रही है. कई जगहों पर बीपीएससी से टीचर लड़के शिक्षक बनी लड़कियों को भी पसंद कर रहे हैं. जिससे दहेज का मामला कम होता दिख रहा है. बाकी मामलों में लड़का पक्ष लड़की पक्ष से नकदी की मांग कर रहा है. लोगों का कहना है कि दहेज की ये प्रवृत्ति सही नहीं है. केके पाठक को इससे संबंधित भी एक पत्र जारी करना चाहिए. जिससे दहेज प्रथा में काफी कमी आएगी.