रशियन दुल्हन मिलेगी; लोगों को गुमराह कर रूसी सेना में भर्ती करा रहे एजेंट, मना करने पे किया टॉचर : News


International News: लोग अपने सपने को पूरा करने के लिए विदेश जाने का सोचते है ऐसे में जब उन्हें विदेश जाने का अवसर मिलता है तो वे झट से राजी हो जाते है लेकिन, आपका ऐसा करना आपके जान पर बन सकती है. ऐसा हम इसलिए कह रहे है क्योंकि, इन दिनों लोगों को रशियन दुल्हन देने से लेकर विदेश में जॉब दिलाने का प्रलोभन देकर जबरन रूसी सेना में भर्ती कराया जा रहा है.

साथ ही साथ मना करने पर उन्हें बेहद टॉचर किया जाता है. ऐसा आपके साथ न हो इसलिए आज हम आप सभी अपने इस लेख में इसकी पूरी जानकारी बताने वाले है. ताकि आप सभी अपने और अपने परिजनों को सतर्क कर सकें. वही, इसके बारे में सम्पूर्ण जानकारी के लिए लेख को अंत तक पढ़ें.

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हम आप सभी को बता दें कि, आय दिन लोगों को बहला-फुसलाकर रूसी सेना में भर्ती कराया जा रहा है। इस काम को अंजाम देने के लिए कई एजेंट भी शामिल है. जो युवाओं को बेहतर नौकरी और शानदार जिंदगी का सपना दिखा कर उन्हें रूसी सेना में ज़बरन भर्ती करा देते हैं, जहां पर लोगों की जान भी चली जाती है. वही, बीते कुछ दिन पहले हरियाणा के रहने वाले दो भाइयों को रूसी सेना मे भर्ती कराने हेतु धोखेबाज एजेंटों कई प्रपंच रचे.

वही, मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो दोनों भाइयों का नाम मुकेश और सनी बताया गया. यहां पर ये दोनों भाइयां की नही बल्कि उनके जैसे 200 से भी ज्यादा लोगों को जबरन रूस और बेलारूस की सीमा पर रूसी सेना शिविर में समलित कराया गया है. उनका बताना है इन लोगों में अधिकांश दक्षिण एशिया के निवासी लोग हैं.

नौकरी और शादी का झांसा दे ले गए बैंकॉक

वही, चचेरे भाइयों का बोलना है कि पहले तो एजेंटों ने उन्हें जर्मनी के एक होटल में नौकरी दिलाने का वादा किया था. जिसके बाद उन्हें धोखे से जर्मनी के बजाय बैंकॉक भेज दिया गया. बैंकॉक से उन्हें हवाई मार्ग से बेलारूस ले जाया गया। जिसके पश्चात उन्हें जबरन रूसी सेना के शिविर में भर्ती करने के लिए मजबूर किया.

हम आप सभी सभी को बता दें कि, रूस में ऐसे तथाकथित एजेंट मौजूद हैं जो दक्षिण एशियाई पुरुषों को रूसी वर्क परमिट, रूसी दुल्हन और यहां तक कि सेना में समलित होने पर रूसी पासपोर्ट की पेशकश करके फसाने का प्रयास करते है. वही, दोनों भाइयों का यह दावा है कि ऐसा करने के लिए इन एजेंटों को अच्छा खासा कमीशन भी मिलता है.

अवैध रूप से कराया रूस में दाखिला

मीडिया रिपोर्ट की मानें तो दोनों भाइयों ने जब सेना में भर्ती होने से इनकार कर दिया तब उन पर अवैध रूप से रूस में घुसने का मुकदमा दर्ज कर मॉस्को की जेल में बंद कर दिया गया. उनका दावा है उन्हें एजेंटों द्वारा भूखा, प्यासा रखा गया और शारीरिक और मानसिक रूप से टॉचर किया गया. जहां पर मॉस्को के एक वकील ने उन्हें जेल से बाहर निकलने और घर लौटने में सहायता की. उन्होंने बताया कि रूसी वकील ने इस काम के लिए 6 लाख रुपये लिए थे.

फंसे हैं और भी लोग

मिल रही जानकारी के मुताबिक हम आप सभी को यह भी बता दें कि, मुकेश और सनी के अलावा भी पाकिस्तान और पंजाब के रहने वाले दो अन्य लोगों ने भी सेना में शामिल होने से मना किया था. इसलिए उन्हें अवैध रूप से रूस में प्रवेश करने के झूठे आरोप में जेल में कैद कर दिया गया. सनी के हवाले से मशहूर अखबार ने बताया कि, “हमारे दो दोस्त अभी भी वहां फंसे हुए हैं और उनके परिवार बहुत परेशानी में हैं.” उन्होंने खुलासा किया कि उनके साथ करनाल के कुछ और लोग उसी शिविर में ठहरे थे जिन्हें जबरन रूस-यूक्रेन सीमा पर तैनात किया गया है.

मुकेश कब मुताबिक, “मुझे नहीं पता कि किन परिस्थितियों में हमारे दोस्त सेना में भर्ती होने के लिए राजी हुए. उन सभी को कहीं और ले जाया गया। उसके बाद मैंने उन्हें नहीं देखा.” मुकेश और सनी के परिवारों ने अब पुलिस से शिकायत की है. पुलिस ने आईपीसी की धारा 402 (डकैती करने के लिए इकट्ठा होना) और 420 (धोखाधड़ी) के तहत उन एजेंटों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है. अब इसपर करवाई की जा रही है.



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