Sawan Me Kya Kare: सावन के महीने में क्या क्या करना चाहिए?


जाने इस पोस्ट में क्या-क्या है

Sawan me Kya kare: सावन का महीना हिंदू धर्म में बहुत अधिक महत्व रखता है। सावन (Sawan 2024) का महीना हिंदू पंचांग का पांचवा महीना होता है। यह महीना भगवान शिव महीना होता है। इस महीने में भगवान शिव की विधि- विधान से पूजा- अर्चना करनी चाहिए। सावन के महीने के सोमवार का महत्व और भी अधिक होता है।

इस महीने में भगवान शिव की पूजा- अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सावन के महीने (Sawan me Kya kare) में भगवान शिव और माता पार्वती की विधि-विधान से पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामना पूरी होती है। इसके साथ ही सावन के सोमवार व्रत रखने से भोलेनाथ की विशेष कृपा प्राप्त होती है।

हम आपको बता दें कि, सावन का महीना भगवान शिव को अधिक प्रिय है‌। पौराणिक मान्यता के अनुसार, शिव जी सावन के महीने में पृथ्वी पर अपने ससुराल आते हैं और भक्तों के सभी संकट दूर करते हैं। इस कारण सावन (Sawan me Kya kare) के पवित्र महीने में भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए भक्त पूजा, जलाभिषेक करते हैं।

ये पूरा सावन का पूरा महीना मनोकामनाओं की पूर्ति करने वाला माना गया है। आज हम आप सभी को अपने इस लेख के माध्यम से सावन में क्या-क्या (Sawan me Kya kare) किया जाता है इससे जुड़ी पूरी जानकारी विस्तार पूर्वक देंगे। सभी जानकारी के लिए हमारे इस लेख को पूरा जरुर पढ़े।

Sawan me Kya kare: सावन में क्या-क्या किया जाता है

पार्थिव शिवलिंग पूजा

हम आपको बता दें कि, सावन में भोलेनाथ का जल, पंचामृत आदि से अभिषेक करना शुभ फलदायी होता है। सावन में शिव जी की प्रिय चीजें धतूर, भागं, भस्म उन्हें अर्पित करना चाहिए, इसके लिए पार्थिव (मिट्‌टी के शिवलिंग) शिवलिंग बनाकर पूजा करना श्रेष्ठ माना गया है। इससे भगवान शिव पूजा को जल्द स्वीकार करते हैं।

Sawan me kya kare

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सावन सोमवार व्रत

आपको बता दें, सावन में सोमवार के दिन को खास माना गया है। इस दिन सुहागिने महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और कुंवारी लड़कियां अच्छा जीवनसाथी पाने के लिए सावन के सोमवार का व्रत (Sawan me Kya kare) करती हैं। इससे धन, सुख, समृद्धि में वृद्धि होती है साथ ही सभी तरह के कष्टों से मुक्ति मिलती है।

हरे रंग का इस्तेमाल

सावन में वर्षा ऋतु होने के कारण प्रकृति पर हरे रंग की चादर बिछ जाती है। आपको बता दें, हरे रंग को सुहाग का प्रतीक भी माना जाता है। मान्यता के अनुसार, सावन में हरे रंग की चूड़ी, साड़ी, पहनने से भगवान शिव और माता पार्वती प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते हैं। वैवाहिक जीवन में खुशहाली आती है, सूनी गोद भरने की कामना पूरी होती है।

कांवड़ यात्रा

सावन में कांवड़िए यानी कि शिव के भक्त भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद पाने के लिए कठिन यात्रा करते हैं। जिसे कंवरयात्रा कहते हैं। इस यात्रा में भक्त अपने कंधे पर कांवड़ टांगकर मीलों पैदल चलकर हरिद्वार, संगम तट जाते हैं। कांवड़ में जल भरकर लाते हैं और सावन शिवरात्रि उस जल से जलाभिषेक करते हैं। मान्यता है ऐसा करने से मोक्ष प्राप्त होता है।

Sawan me Kya kare: महिलाओं से जुड़ी परंपराएं

हम आपको बता दें सावन का महीना महिलाओं के लिए भी काफी खास होता है। इस महीने में स्त्रियां पेड़ों पर झूले झूलती है, सावन के गीत गाए जाते हैं। साथ ही हरियाली तीज और रक्षाबंधन पर स्त्रियां मायके जाती हैं।

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