थर्ड डिवीजन समाप्त, अबसे परीक्षा में 45% से कम अंक आने पर फेल


Bihar University News : ग्रेजुएशन में अब थर्ड डिवीजन को हटा दिया गया है। अब स्टूडेंट्स को ग्रेजुएशन पास करने के लिए कम से कम 45% अंक लाना अनिवार्य होगा। इससे कम अंक लाने पर फेल घोषित कर दिया जाएगा।

हालांकि, छात्रों को यह पता लगाना मुश्किल होगा, की हमें किसी सेमेस्टर में कितने अंक प्राप्त हुआ है। क्योंकि बिहार यूनिवर्सिटी सहित राज्य के सभी विश्वविद्यालयों द्वारा अब ग्रेड के आधार पर रिजल्ट जारी किया जाएगा।

ओल्ड कोर्स में तीन कैटेगरी में जारी होता था रिजल्ट

आपके जानकारी के लिए बताते चलें की बिहार यूनिवर्सिटी सहित राज्य के सभी विश्वविद्यालयों द्वारा द्वारा ओल्ड ग्रेजुएशन कोर्स में पास छात्रों का रिजल्ट 3 कैटेगरी में जारी किया जाता था।

60% से अधिक लाने पर फर्स्ट डिवीजन, 45 से 60% लाने पर सेकेंड डिवीजन और 33 से 45% अंक लाने पर स्टूडेंट्स थर्ड डिवीजन छात्रों को दिया जाता था।

बिहार के सभी यूनिवर्सिटी में सेमेस्टर सिस्टम लागू

आपके जानकारी के लिए बताते की नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू होने के बाद ग्रेजुएशन में छात्रों को थर्ड डिवीजन नहीं दिया जाएगा।पिछले सत्र से बीआरएबीयू समेत राज्य के सभी यूनिवर्सिटी द्वारा चार वर्षीय स्नातक कोर्स सेमेस्टर सिस्टम लागू कर दिया गया है।

45 फीसदी से कम लाने पर मिलेगा ग्रेड F यानी फेल

आपको बताते चलें की बिहार यूनिवर्सिटी द्वार चार वर्षीय स्नातक सत्र 2023-27 के प्रथम सेमेस्टर का रिजल्ट जारी कर दिया गया है, लेकिन स्टूडेंट्स को अब तक मार्कशीट नहीं मिली है।

बिहार यूनिवर्सिटी के परीक्षा बोर्ड की ओर से पिछले महीने ही नए फॉर्मेट में मार्कशीट अप्रूव्ड हुई है। इसमें कुल अर्जित मार्क्स के आधार पर 8 तरह के लेटर ग्रेड निर्धारित किए गए हैं।

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वहीं, न्यूमेरिकल लेटर में भी ग्रेड दिया जाएगा। 45 से 50% अंक अंक लाने पर छात्रों को पी ग्रेड दिया जाएगा। इसका मतलब होगा सिर्फ पास। 45% से कम लाने पर एफ ग्रेड दिया जाएगा यानी फेल होगा। वही किसी पेपर में अब्सेंट होने पर एबी ग्रेड दिया जाएगा।

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8वें सेमेस्टर के बाद मिलेगी ऑनर्स विद रिसर्च की डिग्री

आपके जानकारी के लिए बताते चलें की चार वर्षीय स्नातक कोर्स से स्टूडेंट्स को एक फायदा भी है। वे एक साल यानी 2 सेमेस्टर के बाद जब भी पढ़ाई छोड़ेंगे, कुछ न कुछ मिलेगा।

एक साल यानी 2 सेमेस्टर की पढ़ाई पूरी करने पर यूजी सर्टिफिकेट और 2 साल यानी 4 सेमेस्टर की पढ़ाई पूरी करने पर यूजी डिप्लोमा मिलेगा। इसी तरह 3 साल में 6 सेमेस्टर पूरा करने पर ऑनर्स की डिग्री मिलेगी।

वहीं 4 साल में 8 सेमेस्टर की पढ़ाई पूरी कर लेने पर तो ऑनर्स विद रिसर्च की डिग्री दी जाएगी।



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