Muzaffarpur : बिहार के मुजफ्फरपुर में ड्रग्स का अवैध व्यापार जोरों पर है, जहां युवतियों को बहला-फुसलाकर ड्रग्स माफिया हेरोइन और चरस जैसे नशीले पदार्थों की तस्करी करवा रहे हैं। मुजफ्फरपुर पुलिस और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने दो ऐसे गिरोहों का पर्दाफाश किया है, जिनका सम्पर्क म्यांमार और बांग्लादेश तक जुड़े मिले हैं।
इस रैकेट का खुलासा तब हुआ जब मुजफ्फरपुर की काजल कुमारी को कटिहार पुलिस ने अवध असम एक्सप्रेस से गिरफ्तार किया। काजल अपने कपड़ों के नीचे, कमर के पास सेलो टेप से चिपकाकर 450 ग्राम हेरोइन ले जा रही थी।
काजल ने पुलिस के द्वारा किये गए पूछताछ में बताया कि उसे यह काम मुजफ्फरपुर के अखाड़ाघाट निवासी राजू महतो और मुशहरी के विनोद चौधरी ने दिया था। राजू महतो इस पूरे रैकेट का मास्टरमाइंड है और वह मणिपुर में रहकर हेरोइन की खेप मुजफ्फरपुर में भिजवाता है।
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पुलिस के मुताबिक, असम पहुंचने के बाद राजू ने काजल से संपर्क किया और उसे होटल में ठहरने की व्यवस्था की। उसी होटल में उसे जींस, टी-शर्ट और जैकेट आदि दिया। फिर वहां मौजूद एक महिला ने उसके शरीर में हेरोइन की खेप सेलो टेप से चिपका दी। इसके बाद, होटल से ही उसे टू-एसी बोगी का टिकट देकर रवाना कर दिया गया।
मुजफ्फरपुर पुलिस और एनसीबी की जांच में यह भी पता चला है कि इस गिरोह के तार म्यांमार और बांग्लादेश तक जुड़े हुए हैं। पुलिस ने इस मामले में कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है और आगे की जांच जारी है।