कल इतने बजे लॉन्च होगा ISRO का चंद्रयान-3, जानिए कहां और कैसे देख पाएंगे लाइव : India


ISRO’s Chandrayaan-3 Launch Live Online : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organisation- ISRO) का चंद्रयान -3 मिशन कल यानि शुक्रवार, 14 July, 2023 को दोपहर 02:35 PM

________________________
गवर्नमेंट जॉब की जानकारी चाहिए तो बिना देरी किये Telegram और Whatsapp Group जॉइन करें

बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (Satish Dhawan Space Centre) से लॉन्च होने वाला है. चंद्रयान -3 मिशन (Chandrayaan-3 Mission) के लैंडर, रोवर और Propulsion Module को ले जाने वाले

LVM-3 (लॉन्च व्हीकल मार्क – III) का प्रक्षेपण भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की ऑफिशियल वेबसाइट और ISRO YouTube Channel पर स्ट्रीम किया जाएगा। (ISRO’s Chandrayaan-3 Launch Live).

लाइवस्ट्रीम में क्या दिखेगा

बताते चलें चंद्रयान-3, चंद्रयान-2 मिशन का सक्सेसर है (Chandrayaan-3 Is The Successor Of Chandrayaan-2 Mission, जो September, 2019 में चंद्रमा की सतह पर दुर्घटनाग्रस्त यानि Crashed हो गया था।

Chandrayaan-2 की तरह, Chandrayaan-3 में एक लैंडर और रोवर कॉन्फ़िगरेशन शामिल है, जिसे एक प्रोप्लशन मॉड्यूल (Propulsion Module) से 100 किलोमीटर की लूनार ऑर्बिट (Lunar Orbit) में ले जाया जाएगा।

Chandrayaan-3 Mission का प्राथमिक उद्देश्य मिशन के Vikram Lander के लिए चंद्रमा पर सुरक्षित सॉफ्ट लैंडिंग करना है (Make A Safe Soft landing on the Moon). अगर ISRO ऐसा कर पाता है, तो भारत चंद्रमा पर सॉफ्ट

लैंडिंग करने वाला चौथा देश बन जाएगा (India Will Become The Fourth Country To Make A Soft Landing On The Moon) और उस सूची में शामिल हो जाएगा जिसमें संयुक्त राज्य अमेरिका, तत्कालीन सोवियत संघ और चीन

शामिल हैं. निजी अंतरिक्ष कंपनी के नेतृत्व में इज़राइल और जापान से चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग हासिल करने के प्रयास भारत के पिछले प्रयास की तरह ही हाल के दिनों में विफल रहे हैं। लैंडर और रोवर दोनों ही कई वैज्ञानिक पेलोड ले जाते हैं,

जबकि प्रोप्लशन मॉड्यूल का मुख्य कार्य प्रक्षेपण यान के Injection पूरा करने के बाद मिशन को उसकी अंतिम चंद्र कक्षा में ले जाना है, यह एक Scientific Payload भी ले जाता है जो लैंडर के अलग होने के बाद Operation शुरू कर देगा।

मिशन पूरा होने में लगेंगे करीब 42 दिन

आपको बताते चलें इस पूरी प्रक्रिया में लगभग 42 दिन लगने की संभावना है, चंद्रमा पर लैंडिंग 23 August, 2023 को होनी है। चंद्र दिन और रात पृथ्वी के 14 दिनों तक चलते हैं (Lunar Days And Nights Last 14 Earth Days).

लैंडर और रोवर को केवल एक चंद्र दिवस (A Lunar Day) तक चलने के लिए बनाया गया है – वे चंद्र रात के दौरान तापमान में अत्यधिक गिरावट को सहन नहीं कर सकते हैं और इसलिए उन्हें भोर में ही उतरना पड़ता है।

मिशन चंद्रयान-3 की खासियत

Chandrayaan-3 में एक स्वदेशी लैंडर मॉड्यूल, एक प्रोपल्शन मॉड्यूल और एक रोवर (A Propulsion Module And A Rover) शामिल है। इसका उद्देश्य अंतरग्रहीय मिशनों (Interplanetary Missions) के लिए जरूरी नई तकनीकों का

विकास और प्रदर्शन करना है। लैंडर में एक निर्दिष्ट चंद्र स्थल पर सॉफ्ट लैंडिंग करने और रोवर को तैनात करने की क्षमता होगी, जो चलने के दौरान चंद्र सतह का इन सीटू रासायनिक विश्लेषण (Chemical Analysis) करेगा।

________________________
गवर्नमेंट जॉब की जानकारी चाहिए तो बिना देरी किये Telegram और Whatsapp Group जॉइन करें





















Source link