क्या पैरेंट्स से बच्चों में ट्रांसफर हो सकता है ब्लड कैंसर, जानें…. : Health


Blood Cancer: भारत में कैंसर की मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। आंकड़ों के अनुसार कैंसर से भारत में साल 2020 में 7,70,230 वर्ष 2021 में 7,89,202 और 2022 में 8,08,558 लोगों की कैंसर से मौत हुई है। देश में कैंसर के मामलों की कुल संख्या साल 2022 में 14,61,427 रही।

दुनियाभर में ब्लड कैंसर के केस 23 फीसदी तक बढ़े हैं। आपको बता दें, कैंसर के कई प्रकार है। इनमें से ही एक है ब्लड कैंसर (Blood Cancer)। बहुत से लोग ब्लड कैंसर को लेकर कंफ्यूज रहते हैं कि, क्या यह कैंसर एक जेनरेशन से दूसरे जेनरेशन तक पहुंच जाता है। ऐसे में आज हम अपने इस लेख में एक्सपर्ट्स से जानेंगे कि, क्या पैरेंट्स से बच्चों में ब्लड कैंसर आ सकता हैं।

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ब्लड कैंसर क्या होता है?

ऑन्कोलॉजिस्ट कहते है कि, कई तरह के कैंसर जेनेटिक हो सकते हैं। जैसे ब्रेस्ट कैंसर में एक से दूसरी जनरेशन में जाने का रिस्क रहता है। लेकिन Blood Cancer एक यसा कैंसर है जिसकी जेनेटिक होने की आशंका नहीं होती है। ब्लड कैंसर शरीर में ब्लड सेल्स की कमी से होता है।

अगर बचपन में ही ब्लड सेल्स की कमी होती है तो कम उम्र में ही ब्लड कैंसर हो सकता है। ऐसे में ये जरूरी नहीं है कि, माता-पिता को ब्लड कैंसर हो। Blood Cancer जेनेटिक म्यूटेशन से हो सकता है, लेकिन इसके एक से दूसरे जनरेशन में जाने का खतरा नहीं होता है।

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ब्लड कैंसर की कैसे करें पहचान

डॉक्टर्स कहते हैं कि, अगर माता या पिता को अगर Blood Cancer है और वो जानना चाहते हैं कि बच्चे को तो ये कैंसर नहीं है तो इसके लिए टेस्ट किया जाता है। इसमें जीनोम सीक्वेंसिंग से। NGS (नेक्स्ट जनरेशन सीक्वेंसिंग) के माध्यम से किसी भी

तरह की बीमारी के जेनेटिक की पहचान हो जाती है। माता-पिता से बच्चे में ब्लड कैंसर का रिस्क नहीं होता है, अगर फिर भी किसी दूसरे प्रकार की जेनेटिक डिजीज की समय पर पहचान के लिए टेस्ट कराना चाहिए।

ब्लड कैंसर के लक्षण

आज हम आप सभी को अपने इस लेख के माध्यम से Blood Cancer के लक्षण और बचाव के बारे में बताएंगे जो कि इस प्रकार से है-

  1. कमजोरी महसूस होना
  2. हमेशा थकावट बने रहना
  3. अचानक से वजन का कम होना
  4. चोट लगने पर खून का न थमना

कैसे करें बचाव

  1. खानपान का ध्यान रखें
  2. कोई लक्षण दिखे तो डॉक्टर से सलाह अवश्य लें
  3. जीनोम टेस्ट करा लें
  4. शराब का सेवन और धूम्रपान से बचें

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