Success Story: अपने सपनों को पूरा करने के लिए और कामयाबी हासिल करने के लिए उम्र मायने नहीं रखती. आज हम आप सभी को अपने इस लेख के माध्यम से एक ऐसी ही लड़की के बारे में बताएंगे जो काफी कम उम्र में करोड़पति बन गई. हम बात कर रहे हैं. आरुषि अग्रवाल जो छोटी उम्र में करोड़पति बन गई हैं.
उन्होंने अपने आत्मविश्वास और काबिलियत के भरोसे एक वेंचर को काफी कम समय में सफलता की बुलंदियों तक पहुंचाया है. कुछ साल में यह स्टार्टअप कई करोड़ का बन गया है. इस कंपनी का नाम Talent Decrypt है. आरुषि ने इस कंपनी को सिर्फ 1 लाख रुपये के निवेश से शुरू किया था. इसे शुरू करने से पहले आरुषि के पास कई जॉब ऑफर थे.
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इनमें एक करोड़ रुपये का ऑफर भी शामिल था. और आरुषि ने इस ऑफर को ठुकराकर अपने मन की बात सुनी. आज TalentDecrypt गाजियाबाद के नेहरू नगर में अलग पहचान बना रही है. आज हम आप सभी को आरुषि के 1 करोड़ का जॉब ठुकराने से लेकर खुद की स्टार्टअप कंपनी बनाने तक के सफर के बारे में बताएंगे.
मूल रूप से आरुषि अग्रवाल मुरादाबाद की रहने वाली हैं. उन्होंने जेपी इंस्टीट्यूट से इंजीनियरिंग (B.Tech और M-Tech) की पढ़ाई की. इसके बाद उन्होंने IIT-Delhi से इंटर्नशिप की. उन्हें दो बार 1 करोड़ रुपये की भारी सैलरी का ऑफर भी मिला. लेकिन उन्होंने इन ऑफरों को ठुकरा दिया. बजाय इसके उन्होंने अपनी खुद की कंपनी खोलने का फैसला किया.
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Success Story: 1 लाख रुपये से शुरू की कंपनी
2020 में कोरोना की महामारी के बीच आरुषि ने केवल 1 लाख रुपये के निवेश के साथ टैलेंटडिक्रिप्ट को लॉन्च किया. इस प्लेटफॉर्म का मकसद कोडिंग करने वाले कैंडिडेट और उनकी संभावित भूमिकाओं के बीच आदर्श मिलान सुनिश्चित करके रिक्रूटमेंट प्रोसेस को व्यवस्थित करना है. जो चीज TalentDecrypt को अलग करती है,
वे हैं उसके कड़े सिक्योरिटी फीचर. ये रिमोट जॉब असेसमेंट के दौरान अनधिकृत डिवाइस के इस्तेमाल या बाहरी सहायता को रोकते हैं. इससे निष्पक्ष और विश्वसनीय मूल्यांकन सुनिश्चित होता है. यह नौकरी देने वाले इम्प्लॉयर्स को सेलेक्शन प्रोसेस में भरोसा देता है.
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