नरेंद्र मोदी ने रीट्वीट कर बताया तानाशाह कौन? ध्रुव राठी के ‘DICTATORSHIP’ का जवाब सिर्फ एक ट्वीट!


Who is The Dictator in India : कोलकाता पुलिस ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Bengal Chief Minister Mamata Banerjee) को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो शेयर करने के आरोप में एक्स यूजर को जो कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी थी, अब वो ट्वीट डिलीट कर लिया गया है. पुलिस के उस ट्वीट के बाद सभी एक्स यूजर एक के बाद एक ट्वीट शेयर करके वायरल कर रहे थे और कहा जा रहा था कि कोई वीडियो शेयर न करे वरना बंगाल पुलिस कार्रवाई कर सकती है.

आपको बता दें कि, बंगाल पुलिस (Bengal Police) के उस ट्वीट के बाद लगातार कई वीडियो उस अकॉउंट्स से शेयर हुई, जिसके बाद पुलिस ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया. लेकिन इसी बीच लोगों को एक और दिलचस्प चीज देखने को मिली है. वो थी पीएम मोदी (PM Modi) की ममता बनर्जी जैसी वीडियो.

फनी वीडियो देख पीएम मोदी ने की तारीफ

आपको बता दें, जिस वीडियो देखकर बंगाल पुलिस ने सोशल मीडिया यूजर (Social Media Users) को कार्रवाई करने की बात कही गई थी, उसी वीडियो में अपना चेहरा देखने के बाद देश के प्रधानमंत्री मोदी ने उसे अपने अकॉउंट से शेयर करने के साथ उस वीडियो को मजेदार कहकर सोशल मीडिया यूजर्स की क्रिएटिविटी तारीफ भी की.

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इतना ही नहीं दो राजनेताओं की एक ही जैसे मामले पर अलग-अलग प्रतिक्रियाएँ देखने के बाद अब एक और नई बहस छिड़ गई है. ये बहस है कि, आखिर असली तानाशाह (Who is The Dictator) कौन है? लोगों का कहना है कि, ममता बनर्जी हमेशा से ही पीएम मोदी पर जो डिक्टेटर होने का इल्जाम लगाती आई हैं वो असल में कितना फर्जी था जबकि असली तानाशाह (Dictator) की परिभाषा तो उनकी राज्य की पुलिस दि है.

आजकल सोशल मीडिया (Social Media) पर यह बहस छिड़ी हुई है कि, एक ओर हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं जो अपने उपर बनी ऐसी वीडियोज को फनी कंटेंट समझकर उसे शेयर करते हैं, तो दूसरी ओर ममता सरकार (Mamata Government) है जो इस विडियो को फनी समझना तो दूर की बात है, उसे लॉ एंड ऑर्डर पर खतरा बताती है और जब इस बात की आलोचना होती है तो चुपके से उस ट्वीट को डिलीट कर देती है.

गाली देने पर भी रिहा हुए है लोग- क्या ये तानाशाही है?

आपको बता दें कि, पीएम मोदी ने अपने एक इंटरव्यू में उन्हें तानाशाह कहे जाने की परिभाषा पर जवाब देते हुए कहा है कि, कुछ लोग उन्हें आए दिन गाली देते हैं, उनके परिवार को उलटा सीधा बोलते हैं, लेकिन जब वो इन बातों का विरोध करते हैं या कोई जवाब देते हैं तो उन्हें तानाशाह कहा जाता है. पीएम मोदी ने आगे ये भी कहा कि, एक बार तानाशाही पर 100 प्वाइंट बनाकर अच्छे से विश्लेषण किया जाए कि असल में कॉन्ग्रेस-भाजपा में से किसने तानाशाही की है.

मुस्लिम समुदाय के लिए सोचते हैं पीएम मोदी

इतना ही नहीं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने इंटरव्यू में कॉन्ग्रेस को भी खूब लताड़ा. मोदी सरकार के खिलाफ सालों से कॉन्ग्रेस ने जो मुस्लिम समुदाय के मन में नफरत भरा है उसका जवाब देते हुए पीएम मोदी कहा कि, अगर मुस्लिम समुदाय के लोगों को लगता है कि, भाजपा सरकार कुछ गलत कर रही है तो वो चले जाएँ भाजपा कार्यालय और एक दिन बैठकर देखें.

क्या नरेंद्र मोदी तानाशाह हैं? (Is Narendra Modi a dictator)

आप सभी तो जानते ही हैं कि, जब से पीएम मोदी सत्ता में आए हैं उन्होंने हर वर्ग के लोगों को साथ लेकर चलने का प्रयास किया है, लेकिन विपक्ष की राजनीति अफवाहें फैलाते हुए उन्हें तानाशाह साबित करना चाहती है. चाहे मोदी सरकार कोई नया कानून बनाए तो,

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जनहित में कोई योजना लागू करे तो या फिर दुश्मन मुल्क को मुँहतोड़ जवाब दे तो… हर स्थिति में उन्हें तानाशाह माना जाता है. अगर देखा जाए तो यह साफ पता चलता है कि, आज के समय में तानाशाही वो नहीं है जो पीएम मोदी के कार्यकाल (PM Modi’s tenure) में हो रही है, बल्कि वो है जो उनसे घृणा करने वाले उनके समर्थकों के साथ कर रहे हैं.

आपको बता दें कि, राजनेता पीएम मोदी को गाली दिए जाने के बाद भी आजाद घूमते हैं, उनके परिवार को गलत बोलने वालों पर भी कोई कार्रवाई नहीं होती, मीम शेयर करने वालों को बढ़ावा मिलता है, वो हमेशा उस वर्ग की चिंता करते हैं जिनके मन में पीएम के लिए नफरत भरी जा रही है… तो क्या ये सब तानाशाही के श्रेणी में आता है. ज्यादा वक्त नहीं बीता. अभी कुछ दिनों पहले ही

उद्धव ठाकरे का कार्टून शेयर करने पर कैसे एक पूर्व नेवी ऑफिसर की पिटाई कर दी गई थी. कॉन्ग्रेसी कार्यकर्ताओं ने सोनिया गाँधी के बारे में बोले जाने पर उत्पात मचाया था और ममता बनर्जी के खिलाफ कुछ बोलने पर विवाद इतना बढ़ गया था कि गिरफ्तारियों तक की बात आ गई थी और आज फिर वीडियो शेयर करने पर वही चेहरा सामने आया है.

आपको बता दें, ये सब हाल की बातें हैं जो बीतें 4-5 साल में हुईं हैं . अगर आप तानाशाही की परिभाषा और अच्छे से समझना चाहते हैं तो इमरजेंसी काल जैसे उदाहरण मिल जाएँगे आपको. जब सत्ता ने सामान्य जन के अधिकारों को सिर्फ इसलिए छीना कि, कहीं उनसे कुर्सी छिन न जाए या उस पर खतरा न आ जाए. यह होता है असली तानाशाही का परिभाषा.

Who is The Dictator: मोदी डिक्टेटरशिप और ध्रुव राठी

वीडियो कंटेट निर्माता और यूट्यूबर ध्रुव राठी जिन्हें तो आप सभी जानते ही होंगे. हाल ही में उन्होंने एक वीडियो अपलोड किया है जिसका शीर्षक है द डिक्टेटर? ध्रुव राठी पूछते हैं कि, क्या भारत में डेमोक्रेसी खत्म हो चुकी है? इसके बाद वे, मुख्य रूप से किसान आंदोलन और चंडीगढ़ मेयर चुनाव के हवाले से बताते हैं कि, भारत तानाशाही के रास्ते पर चल पड़ा है. उनका यह वीडियो इतना वायरल हुआ कि, अकेले यूट्यूब पर 13 मिलियन से अधिक बार इस वीडियो देखा गया हैं.

ये वीडियो भारत को “एक पार्टी, एक राष्ट्र” की ओर बढ़ता देश बताता है, जिसमें मीडिया की स्वतंत्रता खतरे में है, विधायकों की खरीद-बिक्री हो रही है, गवर्नर राज्यों में मनमानी कर रहे हैं, चुनाव आयोग निष्पक्ष नहीं रहा और जांच एजेंसियां विपक्षी नेताओं को गिरफ्तार कर रही है. ऐसी ही अन्य बातों के आधार पर कहा गया है कि नरेंद्र मोदी के शासन में भारत तानाशाही की ओर बढ़ रहा है.

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