Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 में अनुमान लगाया जा रहा है कि, इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल में बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए की भारी जीत होगी। हालांकि, एग्जिट पोल के अनुसार एनडीए को मिलने वाले मुस्लिम वोटों में गिरावट हुई हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में एनडीए को लगभग 9 फीसदी मुस्लिम वोट मिले थे लेकिन 2024 के चुनाव में ये घटकर 6 फीसदी रह जाने का अनुमान है।
हम आपको बता दें कि, नरेंद्र मोदी का इस बीच मुसलमानों को लेकर एक बड़ा बयान सामने आया है। इंटरव्यू में पीएम नरेंद्र मोदी ने मुस्लिम वोट बैंक से जुड़ी बड़ी बात कही. मुसलमानों की सामाजिक स्थिति का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि, पहली बार मैं मुस्लिम समुदाय से आत्ममंथन करने को कह रहा हूं। आप यह सोचते रहेंगे कि सत्ता में किसे बिठाएंगे और किसे उतारेंगे?
इन सभी में आप अपने ही बच्चों का भविष्य ही खराब करेंगे। पीएम मोदी के बयान को लेकर राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि, भाजपा अभी भी यह मानकर चल रही है कि, पार्टी को मुस्लिम वोट नहीं कर रहे हैं। भाजपा सरकार में मुस्लिम वर्ग को सभी सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है और सरकार ट्रिपल तलाक (Triple Talaq) के खिलाफ कानून बनाया। इसके बाद भी मोदी सरकार मुस्लिम वोट बैंक को साधने में कामयाब नहीं रहे हैं।
Lok Sabha Elections 2024: पीएम मोदी ने क्या कहा?
आपको बता दें कि, पीएम नरेंद्र मोदी ने मुस्लिम वोट बैंक पर किए गए सवाल पर अलग ही अंदाज में जवाब दिया। उन्होंने कहा कि मैं आज पहली बार कह रहा हूं। मैंने पहले कभी इन विषयों पर बातचीत नहीं की। मैं मुस्लिम समाज और उनके पढ़े-लिखे लोगों से कहता हूं कि आप आत्ममंथन कीजिए। सोचिए, देश इतना आगे बढ़ रहा है।
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आप भी आगे बढ़ रहे हैं सरकार की व्यवस्थाओं का लाभ कांग्रेस के जमाने में आपको क्यों नहीं मिला? क्या कांग्रेस के कालखंड में इस दुर्दशा का शिकार हुए हैं? आपको आत्ममंथन करने की जरूरत है। एक बात तय कीजिए कि आपके मन में जो चल रहा है कि सत्ता पर हम बिठाएंगे, हम उतरेंगे। उससे आप अपने ही हाथों से अपने बच्चों का भविष्य खराब कर रहे हैं।
याद करिए 2017 के चुनाव
2017 में जब उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने थे, तब प्रधानमंत्री ने फतेहपुर की एक जनसभा में कहा था, कि अगर किसी गांव में कब्रिस्तान के लिए जमीन दी जाती है तो श्मशान के लिए क्यों नहीं? अखिलेश सरकार मुस्लिम त्योहारों पर 24 घंटे बिजली देती है लेकिन हिंदू त्योहारों पर कटौती करती है। प्रधानमंत्री के इन्हीं बयानों के कारण विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी बुरी तरह हार गई और भाजपा को बंपर जीत मिली। जाहिर है, चुनाव जीतने का यह एक हथकंडा भर है। प्रधानमंत्री कतई मुस्लिम विरोधी नहीं हैं और न ही किसी प्रदेश की भाजपा सरकार हिंदू-मुस्लिम में भेद करती है। फिर भी भाजपा पर मुस्लिम विरोधी राजनीतिक दल होने का ठप्पा लग जाता है।
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मुस्लिम वोट किसको मिले
हम आपको बता दें कि, लोकसभा चुनाव 2024 की रैलियों और भाषणों में एक शब्द जो सबसे ज्यादा गूंजें वह है मुस्लिम और अल्पसंख्यक। चुनाव में मुस्लिम समुदाय पर सबकी नजरें लगी हुई हैं कि, इस बार क्या उसका चुनावी पैटर्न क्या होगा? क्या मुसलमान एक यूनिफाइड सेकुलर पैटर्न पर वोटिंग करेंगे? माना जाता है कि 543 सीटों में से 86 सीटों पर अल्पसंख्यकों का प्रभाव है. ऐसी सीटें उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में ज्यादा हैं।
Lok Sabha Elections 2024: सबसे ज्यादा टिकट BSP ने दिए
मुस्लिम समुदाय को टिकट बंटवारे पर ध्यान दें तो सबसे ज्यादा 35 उम्मीदवार BSP ने खड़े किए हैं। इसके बाद 19 मुस्लिम उम्मीदवारों के साथ कांग्रेस दूसरे नंबर पर आती है। तीसरे नंबर पर TMC है। BSP ने 35 मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट भले ही दिया हो, लेकिन इस रणनीति ने अतीत में सेकुलर वोट ही काटे हैं। साल 2017 के विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में BSP में 99 मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया था। इससे मुस्लिम वोट बंट गया था। उस वक्त 403 विधानसभा सीटों में से 313 पर BJP ने जीत हासिल की थी। लोकसभा चुनाव 2024 सभी वर्गों और समूदाओ के लिए खास है।
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