Parents Trips: अक्सर लोगों को लगता है कि पढ़ाई के लिए सुबह का समय सबसे अच्छा होता है। माता – पिता सोचते हैं कि, इस समय बच्चे का मन ताजा और शांत होता है, जिससे बच्चों के पढ़ाई में मन लगेगा हालांकि, हर बच्चे की लाइफस्टाइल और सीखने की क्षमता अलग होती है।
सुबह जल्दी उठकर पढ़ाई करना कुछ बच्चों के लिए तो फायदेमंद हो सकता है, लेकिन सभी बच्चों के लिए यह तरीका सही नहीं होता। आज हम आप सभी को अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि क्यों सभी बच्चों के लिए सुबह उठकर पढ़ना सही नहीं होता है।
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Parents Trips: नींद पुरी न होना
हम आप सभी को बता दे कि, विशेषज्ञों का मानना है कि, बच्चों की हेल्थ और विकास के लिए पर्याप्त नींद बहुत जरूरी होता है। बच्चों को हर रात कम से कम 8-10 घंटे की नींद पूरी करनी चाहिए। सुबह जल्दी उठने की आदत से उनकी नींद पूरी नहीं हो पाती, जिसका उनके हेल्थ और सीखने की क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। जो बच्चों के लिए सही नहीं है।
बायोलॉजिकल क्लॉक अलग होता है
आपकों बता दे हर बच्चे की बायोलॉजिकल क्लॉक अलग होती है। कुछ बच्चे ऐसे होते हैं जो सुबह जग कर पढ़ाई अच्छे से कर लेते हैं जबकि कुछ बच्चे रात में बेहतर पढ़ाई कर पाते हैं। इसलिए, माता-पिता को अपने बच्चों की प्राकृतिक प्रवृत्ति को समझना और उसके अनुसार ही उनकी पढ़ाई का समय तय करना चाहिए।
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Parents Trips: रात में देर से सोना
सुबह का समय पढ़ाई के लिए अच्छा होता है क्योंकि इस समय दिमाग तरोताजा रहता है। लेकिन, बच्चे अगर रात को देर से सोए हैं, तो सुबह जल्दी उठने पर उन्हें थकान और तनाव महसूस हो सकता है। हर बच्चे की नींद और जागने की अलग-अलग जरूरत होती है। अगर बच्चे रात में देर से सोए हों तो
उन्हें जबरदस्ती नहीं उठाना चाहिए। इससे उन्हें थकावट और चिड़चिड़ापन हो सकता है, जिस कारण बच्चे पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे पाएंगे। इस लिए बच्चों को पर्याप्त नींद लेने देना चाहिए और उनके नींद के पैटर्न के अनुसार पढ़ाई का समय तय करना चाहिए। ऐसा करने से बच्चे तरोताजा महसूस करेंगे और उनकी पढ़ाई में भी मन लगेगा।
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