Satellite Internet Service : अब बिना तार और टॉवर के चलेगा 5G से फास्ट इंटरनेट


जाने इस पोस्ट में क्या-क्या है

Satellite Internet Service : सरकार के द्वारा जल्द ही एक नई टेक्नोलॉजी (Technology) को मंजूरी दी जा सकती है, जो मोबाइल इंटरनेट और कॉलिंग की दुनिया में बड़ा बदलाव (Satellite Internet Service) ला सकते है. दरअसल अब तक 5G को ही सबसे फास्ट इंटरनेट सर्विस (Fast Internet Service) माना जाता है.

लेकिन बोहोत जल्द सरकार की ओर से सैटेलाइट स्पेक्ट्रम (Satellite Spectrum) को मंजूरी मिल सकती है. सरकार ने इससे पहले सफलता पूर्वक 5G स्पेक्ट्रम आवंटन (5G Spectrum Allocation) किया है. लेकिन अब सरकार एक नई टेक्नोलॉजी (Satellite Internet Service) को मंजूरी देने वाली है. इसका पहला चरण सैटेलाइट स्पेक्ट्रम आवंटन (Satellite Spectrum Allocation) है और इसकी तैयारी शुरू हो गई है.

Satellite Internet Service : 5G से भी फास्ट इंटरनेट

हम आपको बता दें कि, सरकार बिना तार और नेटवर्क के झंझट के 5G से भी फास्ट इंटरनेट (Fast Internet) चलाने की तैयारी में लगी है. सरकार की ओर से जल्द एक नई टेक्नोलॉजी (New Technology) को मंजूरी दी जा सकती है,

जो मोबाइल इंटरनेट और कॉलिंग (Mobile Internet and Calling) की दुनिया को बदल कर रख देगा. दरअसल अभी तक देश में 5G को सबसे तेज इंटरनेट सर्विस के तौर पर माना जाता है, लेकिन सरकार की ओर से सैटेलाइट स्पेक्ट्रम (Satellite Internet Service) को मंजूरी दी जा सकती है.

हम आपको बता दें कि, सरकार ने इससे पहले सफलता पूर्वक 5G स्पेक्ट्रम आवंटन (5G Spectrum Allocation) किया है, लेकिन अब एक नई टेक्नोलॉजी को मंजूरी मिलने के बाद 5G की स्पीड भी नई टेक्नोलॉजी के सामने फीकी पड़ जाएगी. स्पेक्ट्रम आवंटन की प्रक्रिया को तेज किया गया है.

यह भी पढ़ें: IPR Apprentice Recruitment 2024 : अप्रेंटिस की नई भर्ती जारी, ये है योग्यता और सैलरी

Satellite Internet Service : जियो और एयरटेल की सैटेलाइट रेस

आपको बता दें, आवंटन प्रक्रिया को लेकर नियम एवं शर्तों की सिफारिश की गई है। भारत में जल्द ही जियो और एयरटेल की साझेदारी वाली सैटेलाइट सर्विस वन वेब (Satellite Service One Web) और एलन मस्क की स्टारलिंक कंपनी सैटेलाइट सर्विस (Starlink Company Satellite Service) को शुरू कर सकती हैं. सरकार और कंपनी के बीच इसको लेकर बातचीत जारी है.

हम आपको बता देना चाहते हैं कि, भारत में रिलायंस जियो और एयरटेल की साझेदारी वाली वन वेब के पास सैटेलाइट सर्विस का लाइसेंस है. एलन मस्क की स्टारलिंक कंपनी Starlink भी सरकार से सैटेलाइट सर्विस का लाइसेंस चाह रही है.

Satellite internet service
Oplus_0

क्या खास है सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस में

सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस (Satellite Internet Service) बाकी सर्विस से अलग है क्योंकि इस प्रक्रिया में इंटरनेट हेतु किसी तार या फिर मोबाइल टावर की जरूरत नहीं होती है. यह सीधे सैटेलाइट द्वारा मोबाइल से कनेक्ट होगा और इसमें इंटरनेट का एक्सेस मिलेगा. इस सर्विस के शुरू होने के बाद ग्रामीण क्षेत्रों और दुर्गम इलाकों में भी नेटवर्क की समस्या पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी.

Satellite Internet Service : कितनी होगी स्पीड

आपको बता दें कि, दावा किया जा रहा है कि, सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस (Satellite Internet Service) से 1 जीबीपीएस की डाउनलोडिंग स्पीड मिलेगी, जो 5G इंटनरेट स्पीड (5G Internet Speed) से कहीं ज्यादा है. 5G इंटनरेट स्पीड मोबाइल टावर कवरेज एरिया और मौसम पर भी निर्भर करती है. जबकि सैटेलाइट सर्विस में ऐसा नहीं है.

यह भी पढ़ें: Deputy Jailor Recruitment 2024 : डिप्टी जेलर के पदों पर निकली भर्ती, ये करें आवेदन

नियर न्यूज टिम रोज़ाना अपने विवर के लिए सरकारी योजना और लेटेस्ट गवर्नमेंट जॉब सहित अन्य महत्वपूर्ण खबर पब्लिश करती है, इसकी जानकारी व्हाट्सअप और टेलीग्राम के माध्यम से प्राप्त कर सकतें हैं। हमारा यह आर्टिकल आपको उपयोगी लगा हों तो अपने दोस्तों को शेयर कर हमारा हौसलाफ़जाई ज़रूर करें।



Source link